एनसीएल पूर्व-शोधछात्र संघ
एनसीएल के पूर्व-शोधछात्र संघ (एनएए) की स्थापना अगस्त 1994 में की गई थी । यह संघ एनसीएल के वैज्ञानिकों, पूर्व शोधछात्रों एवं शोधछात्रों के बीच सम्पर्क बनाए रखने हेतु एक मंच का कार्य करता है । इसकी सदस्यता एनसीएल के वैज्ञानिकों सहित उन सभी के लिए खुली है जिन्होंने एनसीएल में शोधकार्य करते हुए डिग्री प्राप्त की है । वर्तमान में इस संघ के लगभग 500 पंजिकृत सदस्य हैं जो भारत तथा विदेशों में रहते हैं । उक्त संघ ने बौद्धिक गतिविधियों को सांस्कृतिक एवं प्रशिक्षण गतिविधियों के साथ सफलतापूर्वक जोडने का कार्य किया है । इस संघ का वार्षिक सम्मेलन शोधछात्रों-मार्गदर्शक एवं पूर्व-शोधछात्रों के बीच विचार-विमर्श एवं सहयोग को बढ़ावा देने में बहुत सफल रहा है ।
एनसीएल पूर्व-शोधछात्र संघ वर्ष 2011 से वैश्विक एलुम्नी सम्मेलनों का आयोजन करता रहा है । इसका उद्देश्य है अपने पूर्व-शोधछात्रों को अपने मूल शिक्षा-स्थान में लाना, और सक्रिय संघ-संस्थान नेटवर्क का विकास करना जिससे भारत एवं विदेशों में संघ-संस्थान एवं उद्योगजगत के बीच परस्पर सम्बन्धों को बढ़ावा मिलेगा । इस संघ का सम्मेलन भारत एवं विदेशों में स्थित एनसीएल के पूर्व-शोधछात्रों (एलुम्नी) को भारतीय उद्योगजगत तथा शिक्षाक्षेत्र के लाभार्थ विचार-विमर्श करने एवं अपनी विशेषज्ञता को सही रूप में प्रयोग में लाने का मंच प्रदान करता है ।