छात्रावास
एनसीएल के छात्रावास 3 प्रकार के हैं– स्वर्ण जयन्ती छात्रावास, नया छात्रावास एवं वैज्ञानिक एपार्टमेन्ट ।स्वर्ण जयन्ती छात्रावास को 6 विंगों में विभाजित किया गया है, इनमें से 5 विंग शोधछात्रों एवं 1 विंग शोधछात्राओं हेतु है। प्रत्येक विंग में औसत12 कमरें हैं जिनमें से प्रत्येक में 2 शोधछात्र/छात्राएं रहते हैं ।छात्रवास में भोजन की सुविधा है जिसका प्रबन्धन शोधछात्रों द्वारा किया जाता है, इसके अलावा एक टीवी कक्ष और व्यायामशाला भी है। नए छात्रावास में विवाहित शोधछात्रों हेतु 10 कमरें एवं 10 कमरे अविवाहित शोधछात्रों हेतु हैं जिनमें से प्रत्येक में 2 शोधछात्र रहते हैं । प्रत्येक विवाहित शोधछात्र को एक कमरा (सूट) आबंटित किया जाता है । प्रत्येक वैज्ञानिक एपार्टमेन्ट में दो कमरे हैं एवं प्रत्येक एपार्टमेन्ट में 4 व्यक्ति रहते हैं । विवाहित शोधछात्रों कों एपार्टमेन्ट में प्रत्येक एक सूट आबंटित किया जाता है । एनसीएल आवास उपलब्ध न होने की स्थिति में पंचवटी एवं अन्य आसपास के क्षेत्रों में किराए पर अस्थायी आवास की व्यवस्था की गई है । इस सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी हेतु साथी शोधछात्रों से सम्पर्क करें । आरम्भ में प्रतिकात्मक रूप से डिपॉजिट + 2 मास का किराया देना होता है । डिपाजिट की राशि लगभग रु.5000 से 35000 तथा प्रति रूम किराया रु. 6000 से 10000 तक – जो आवास के क्षेत्र एवं प्रकार पर निर्भर होता है ।
पहचान-पत्र प्राप्त होते ही यथाशीघ्र छात्रवास हेतु आवेदन करें । आवास हेतु एक अनुरोध-पत्र लिखें जिसमें आपका पहचान-पत्र संख्या, कार्यग्रहण करने की तारीख, वैवाहिक स्थिति एवं छात्रावास के प्रकार का उल्लेख हो ।